ए जिंदगी तुम्हें कहां-कहां नहीं ढूंढा हर गली हर चौराहों पर बस उनकी वादों और इरादों इशारों का सवाल ढूंढने में उम्र निकलने को है प्यार सिर्फ ख्वाब बन कर रह गया तुम को कबूल कर लो मुझसे मोहब्बत है तुम कबूल कर लो मुझसे मोहब्बत है एक भूल कर लो मुझसे मोहब्बत है लौट कर जा नहीं पाओगे उम्र भर इकरार कर लो मुझसे मोहब्बत है वह बेवफा हो गई वह बेवफा हो गई तुम निराश मत हो तुम्हारी उदासी का मैंने एक जुगाड़ ढूंढ लिया है लौटकर आएगी और अपनी भूल पर पछताएगी टूट कर बिखर जाएगी अपने गुरुर से तुम्हारे प्यार की कीमत अपने आंसुओं से उसको चुकाना पड़ेगा
डूब जाती हमारी नैया जो आपका सहारा नहीं मिलता रह जाता सिर्फ इंतजार में मझधार से हमको किनारा नहीं मिलता टूटकर बिखरा हुआ मुझे देखकर कुछ लोग मुस्कुराते लाचार होकर दर्द सहना तो पड़ता
हर रोज आपके ख्वाबों में
हर रोज आपके ख्वाबों में खो जाता हूं तुम करती हो मस्तियां मेरे साथ में तुम्हारी जुल्फों से खेलते हुए तुम्हारी बाहों में सो जाता हूं
हम करीब रहना चाहते हैं
हम करीब रहना चाहते हैं हमसफर बनके जो इजाजत आपका मिले खुशियों में गुजर जाएगी जिंदगी प्यार आपका मिले